India

Mar 04 2023, 10:35

ऑस्ट्रेलिया के ब्रिसबेन में हिंदू मंदिर में तोड़फोड़, खालिस्तान समर्थक बना रहे निशाना, दीवारों पर लिखे भारत विरोधी नारे

#australia_hindu_temple_attacked_khalistan_supporters

ऑस्ट्रेलिया में हिन्दू मंदिरों पर होने वाले हमले कम नहीं हो रहे हैं। खालिस्तान समर्थक एक के बाद एक दूसरी घटना को अंजाम दे रहे हैं। इसी कड़ी में शनिवार को ऑस्ट्रेलिया के ब्रिस्बेन से ऐसा ही मामला प्रकाश में आया है। ब्रिस्बेन स्थित श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर में खालिस्तान समर्थकों ने एक बार फिर तोड़फोड़ की है।दो महीने में यह ऐसी चौथी घटना है। इससे पहले मेलबर्न, सिडनी और ब्रिसबेन में भी मंदिरों को निशाना बनाया गया था।

ब्रिसबेन स्थित श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर में तोड़फोड़ की घटना शनिवार की सुबह उस समय देखने को मिली जब श्रद्धालु सुबह की पूजा के लिए वहां पहुंचे। मंदिर मैनेजमेंट कमेटी के अध्यक्ष सतिंदर शुक्ला ने कहा कि लोगों ने उन्हें मंदिर के दीवारों को तोड़फोड़ किए जाने की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि घटना के बारे में मैनेजमेंट कमेटी की मीटिंग के बाद पुलिस अथॉरिटी को शिकायत की जाएगी।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ब्रिस्बेन के दक्षिण में बरबैंक में श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर है। बताया जा रहा है कि शनिवार सुबह खालिस्तानी समर्थक यहां पहुंचे और तोड़फोड़ कर भारत विरोधी नारेबाजी की। साथ ही दीवारों पर भारत विरोधी नारे भी लिखे।

खालिस्तान सपोर्टर संगठन आए दिन ऑस्ट्रेलिया में हिंदू समुदाय के खिलाफ साजिशें करता है।मेलबर्न, सिडनी और ब्रिसबेन में पहले भी कई मंदिरों पर हमले किए गए हैं और इसके लिए खालिस्तान समर्थकों को ही जिम्मेदार माना गया है।विदेश मंत्री एस जयशंकर 23 फरवरी को सिडनी दौरे पर थे, जहां उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई विदेश मंत्री पेनी वोंग और प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज से मुलाकात में वहां रह रहे हिंदू समुदाय की सुरक्षा का मुद्दा उठाया था।

India

Mar 04 2023, 10:09

गलवान में अब चीन की नहीं चलेगी, भारतीय फौज ने ड्रैगन को दिखाई औकात, जानें ऐसा क्या हुआ

#indian_soldiers_seen_palying_cricket_in_galwan_ghati

लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर 2020 की झड़प के बाद तनाव बरकरार है। हालांकि उस वक्त भी भारतीय जवानों ने चीनी घुसपैठ का करारा जवाब दिया तो, लेकिन हाल में हमारे जवानों ने कुछ ऐसा किया है, जिसके बाद चीन को मिर्ची लगने वाली है। दरअसल, भारतीय सेना का वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में भारतीय जवान न्यूनतम तापमान में पूरे जोश के साथ क्रिकेट खेलते नजर आ रहे हैं। 

लद्दाख के गलवान घाटी में भारतीय सेना ने अपनी गतिविधियां बढ़ा दी हैं। हाल के महीनों में घोड़ों और खच्चरों पर वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास के क्षेत्रों का सर्वे किया और जमी हुई पैंगोंग झील के ऊपर हाफ मैराथन जैसी कई गतिविधिया की हैं। चीन की सीमा पर भारतीय सेना का जुनून देखने लायक है।

भारतीय सेना ने अपने साहस और आत्मविश्वास को दिखाते हुए पूर्वी लद्दाख में क्रिकेट खेल रहे सैनिकों की तस्वीरें शेयर की है।अपनी इस पोस्ट में 14वीं कोर ने लिखा, पटियाला ब्रिगेड, त्रिशूल डिवीजन ने शून्य से नीचे तापमान में अत्यधिक ऊंचाई वाले क्षेत्र में पूरे उत्साह और जोश के साथ क्रिकेट मैच का आयोजन किया। हम असंभव को संभव बनाते हैं।

इन तस्वीरों में भारतीय सेना के जाबांज जवान 14000 फीट की ऊंचाई पर क्रिकेट खेलते नजर आ रहे हैं। जवान गलवान की बर्फ से ढंकी चोटियों और पथरीली घाटियों में क्रिकेट खेलते दिख रहे हैं। उन्होंने क्रिकेट खेलने के लिए पिच और विकेट का भी इंतजाम किया है। अलग-अलग तस्वीरों में जवान बल्लेबाजी, गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण करते दिख रहे हैं। दरअसल पटियाला ब्रिगेड के त्रिशुल डिवीजन ने अत्यधिक ऊंचाई वाले क्षेत्र में इस क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन किया था। भारतीय सेना के जवानों ने माइनस जीरो डिग्री से भी कम तापमान में भी पूरे जोश और उत्साह के साथ क्रिकेट खेला।

बता दें कि यह गलवां घाटी के उस इलाके के करीब है, जहां जून 2020 में भारत और चीन के सैनिकों के बीच झड़प हुई थी और 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे। बड़ी संख्या में चीनी सैनिक भी हताहत हुए थे, पर चीन ने कभी भी अपनी तरफ से मारे गए सैनिककों की सही संख्या नहीं बताई।

India

Mar 03 2023, 19:24

विजय माल्या को सुप्रीम कोर्ट से लगा बड़ा झटका, भगोड़ा आर्थिक अपराधी घोषित करने और संपत्ति की ज़ब्ती से जुड़ा है मामला

#sc_dismisses_vijay_mallya_s_plea 

सुप्रीम कोर्ट से भगोड़े कारोबारी विजय माल्या को बड़ा झटका लगा है। सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को कारोबारी विजय माल्या की एक याचिका को ठुकरा दिया है। इस याचिका में विजय माल्या ने मुंबई की एक अदालत में उन्हें 'भगोड़ा आर्थिक अपराधी' घोषित करने और उनकी संपत्ति की ज़ब्ती से संबंधित चल रही कार्यवाही को चुनौती दी थी।

सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान माल्या के वकील ने दावा किया है कि उन्हें अपने क्लाइंट से कोई जानकारी नहीं मिली है।विजय माल्या की पैरवी कर रहे वकील ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि उन्हें इस याचिका को लेकर अपने मुवक्किल की ओर से कोई निर्देश नहीं मिल रहा है।इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने माल्या की ओर से दायर की गई याचिका खारिज कर दी।

पांच जनवरी, 2019 को अदालत ने विजय माल्या को भगोड़ा घोषित कर दिया गया। इस क़ानून के तहत अगर किसी व्यक्ति को भगोड़ा घोषित कर दिया जाता है तो अभियोजन एजेंसी उसकी संपत्ति ज़ब्त कर सकती है।विजय माल्या मार्च, 2016 में ब्रिटेन चला गया था। भारत में उस पर 9000 करोड़ रुपये के लोन डिफॉल्ट की कार्रवाई चल रही है।

India

Mar 03 2023, 18:43

ममता बनर्जी का बड़ा ऐलान, 2024 के लोकसभा चुनाव में किसी से गठबंधन नहीं, अकेले लड़ेगी टीएमसी

#mamata_banerjee_on_tmc_will_fight_alone_in_general_elections 

तृणमूल कांग्रेस अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में अकेले ही मैदान में उतरेगी। तृणमूल कांग्रेस की मुखिया और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि टीएमसी 2024 के चुनाव में अकेले उतरेगी। हम लोगों के समर्थन से लड़ेंगे। टीएमसी सुप्रीमो और बंगाल की सीएम ममता बनर्जी के इस बयान के बाद विपक्ष को एकजुट करने की मुहिम को बड़ा झचका लगा है। 

पश्चिम बंगाल की सीएम ममता ने गुरुवार को एक बयान में कहा कि तृणमूल कांग्रेस अगले वर्ष के लोकसभा चुनाव लोगों के समर्थन के बूते अकेले ही लड़ेगी। न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, ममता बनर्जी ने कहा कि भाजपा, कांग्रेस और माकपा सब साथ हैं। सब सांप्रदायिक कार्ड खेल रहे हैं। टीएमसी इन तीनों ताकतों से अकेले ही लड़ सकती है। हमने 2021 में भी ऐसा किया था। टीएमसी 2024 में लोगों के साथ गठबंधन करेगी। हम किसी अन्य राजनीतिक दल के साथ नहीं जाएंगे। हम लोगों के समर्थन से अकेले लड़ेंगे।

त्रिपुरा के विधानसभा चुनाव के नतीजों के संदर्भ में उन्‍होंने कहा, जो लोग बीजेपी को हराना चाहते हैं, मेरा विश्‍वास है कि वे हमारे पक्ष में वोट करेंगे। इसके साथ ही मेरा यह भी मानता है कि जो लोग माकपा और कांग्रेस को वोट दे रहे हैं, वास्‍तव में एक तरह से वे बीजेपी को ही वोट दे रहे हैं। यह सच्‍चाई आज ही सामने आ गई है।

India

Mar 03 2023, 17:56

भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री में अब डबल मीनिंग वाले गानों पर कसेगा शिकंजा, बिहार सरकार इन गानों पर करने जा रही सख्ती, कार्रवाई के दिए आदेश

भोजपुरी इंडस्ट्री में अश्लील और जातिसूचक भोजपुरी गानों पर कार्रवाई की जाएगी। इन पर रोक लगाने की मांग लंबे समय से की जा रही है, लेकिन इससे पहले इस पर सख्त कार्रवाई के निर्देश नहीं दिए गए थे, लेकिन अब इसे लेकर प्रदेश की सरकार सख्त रबैया अपना रही है। सरकार के तरफ से इन डबल मीनिंग वाले गानों पर अब सख्त कार्रवाई हो सकती है। बिहार सरकार ने इन गानों पर कार्रवाई करने के लिए राज्य के सभी जिलाधिकारी और वरीय आरक्षी अधीक्षक को सख्त निर्देश दिए हैं।

कांग्रेस विधायक ने उठाया मामला

भोजपुरी गानों में अश्लीलता और जातिसूचक शब्दों इस्तेमाल किया जाता है। यह मुद्दा कांग्रेस विधायक प्रतिमा कुमारी ने उठाया था। वहीं, मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने भी इस पर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की है। उन्होंने कहा कि भोजपुरी गानों में अश्लीलता, समाज में भेदभा और तनाव पैदा करने वाले शब्दों का इस्तेमाल किया जाता है। ऐसे भाषा का उपयोग करने का अधिकार किसी को नहीं है। भोजपुरी गानों में अश्लील और डबल मीनिंग भाषा का काफी हद तक प्रयोग किया जाता है। इन गानों से न सिर्फ आम जनता,बल्कि राजनीति की दुनिया के बड़े-बड़े नेता भी परेशान है। हाल ही में ऐसा ही एक मामला सामने आया है। जब गायक प्रमोद प्रेमी के गाने पर हंगामा खड़ा हो गया था। बता दें कि गाने में बसपा नेता मायावती और लोजपा रामविलास के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान सहित कई और राजनेताओं के लिए अभद्र और अपमाजनक भाषा का उपयोग किया गया था।

इस गायक पर लगा आपत्तिजनक गायकी का आरोप

कलाकार प्रमोद प्रेमी और गीतकार मनीष गौरी पर अपने गानों में अभद्र शब्दों का उपयोग करने का भी आरोप लगाया गया था। लोजपा के जिलाध्यक्ष राजेश्वर पासवान और बहुजन समाज पार्टी के जिलाध्यक्ष रविंद्र कुमार ने उनपर यह आरोप लगाया था साथ ही कार्रवाई की भी मांग की थी। वहीं, गायक पर एफआईआई भा दर्ज की गई थी।

गानों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का लिया नाम 

भोजपुरी सिंगर प्रमोद प्रेमी पर अपने गाने के जरिए देश के कई बड़े नेताओं पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने का आरोप है। सिंगर पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बिहार के सीएम नीतीश कुमार, राजद सुप्रीमो लालू यादव, चिराग पासवान, मायावती सहित कई बड़े नेताओं का नाम लेने का आरोप लगाया गया है, लेकिन अब बिहार सरकार इन गानों को लेकर सख्ती बरतने जा रही है। सरकार ने ऐसे गानों पर कार्रवाई के आदेश दिए हैं, जिनमें अश्लील भाषा का प्रयोग किया गया है।

India

Mar 03 2023, 16:49

पूर्वोत्तर में कांग्रेस की हार पर अमित शाह का तंज, कहा-दूरबीन से भी दिखाई नहीं दे रहे

#amitshahslamscongressrahul_gandhi 

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को कर्नाटक के बीदर में एक जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने पूर्वोतर के राज्यों में कांग्रेस की हार पर खूब तंज कसा। अमित शाह ने कहा कि पूर्वोतर में कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो गया है। वह ऐसे हारे हैं कि दूरबीन लेकर भी दिखाई नहीं पड़ रहे हैं।

अमित शाह ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि गुरुवार को ही कर्नाटक से हजारों किलोमीटर दूर उत्तर पूर्व में (त्रिपुरा, नागालैंड और मेघालय) कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो गया है। कांग्रेस को नागालैंड में 0 सीट, मेघालय में 3 सीट और त्रिपुरा में सिर्फ 4 सीट मिली है। उन्होंने कांग्रेस की हार पर तंज कसते हुए कहा कि, हारे तो हारे, लेकिन ऐसे हारे हैं कि दूरबीन लेकर भी नहीं दिख रहे हैं।

मोदी जी का जादू पूर्वोत्तर से लेकर कर्नाटक तक-शाह

शाह ने कहा कि पूर्वोत्तर के राज्यों में बीजेपी की एंट्री पर सवाल थे, लेकिन वहां दूसरी बार बीजेपी और एनडीए की सरकार बन रही है।मोदी जी का जादू पूर्वोत्तर से लेकर गुजरात, उत्तर प्रदेश से लेकर कर्नाटक तक सिर चढ़कर बोलता है।

राहुल गांधी पर जमकर बोला हमला

अमित शाह ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर भी जमकर हमला बोला। शाह ने कहा कि राहुल के नेतृत्व में कांग्रेस का स्तर दिन प्रतिदिन गिरता जा रहा है। ये लोग पीएम मोदी की कब्र खोदने की बात कहते हैं। इनके कहने से क्या होता है। ईश्वर आपकी नहीं सुनेगा क्योंकि 130 करोड़ की जनता मोदी जी की लंबी आयु के लिए प्रार्थना कर रही है। उन्होंने आगे कहा कि जेडीएस और कांग्रेस दोनों परिवारवादी पार्टियां हैं, ये कभी कर्नाटक का कल्याण नहीं कर सकती हैं।

कांग्रेस पर वरिष्ठ नेताओं का अपमान का आरोप

अमित शाह ने कांग्रेस पर अपने वरिष्ठ नेताओं का अपमान करने का आरोप लगाते हुए कहा कि जिस तरह से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा को उनके जन्मदिन पर सम्मानित किया, वह कुछ ऐसा है जो सभी राजनीतिक दलों को सीखना चाहिए कि ऐसे नेताओं के साथ कैसे व्यवहार किया जाता है। शाह ने कहा कि इंदिरा गांधी ने निजलिंग गप्पा को अपमानित किया। राजीव गांधी ने कद्दावर नेता वीरेंद्र पाटिल जी को एयरपोर्ट पर अपमानित किया। पार्टी के नेताओं का अपमान करने वाली कांग्रेस कर्नाटक का सम्मान कैसे करेगी? इसे देखते हुए बीजेपी को वोट करिए।

India

Mar 03 2023, 16:20

अमेरिकी संसद दंगा मामले में डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ पुलिस चला सकती है मुकदमा, पढ़िए, अदालत के समक्ष डोनाल्ड ट्रंप ने क्या दी अपनी दलील

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर अमेरिकी संसद (कैपिटल हिल) पर छह जनवरी, 2021 को हुए दंगा मामले में मुश्किलें बढ़ सकती हैं। अमेरिका न्याय विभाग ने गुरुवार को एक अदालत में कहा कि अमेरिकी संसद पर डोनाल्ड ट्रंप के समर्थकों द्वारा किए गए हमले में घायल हुए पुलिसकर्मी और अन्य लोग पूर्व राष्ट्रपति के खिलाफ मुकदमा दाखिल कर सकते हैं।

वाशिंगटन में संघीय अदालत में आधिकारिक कानून की राय प्रस्तुत करते हुए विभाग ने बताया कि राष्ट्रपति के पास कार्यालय में अपने आधिकारिक कार्यों के लिए छूट है, लेकिन आधिकारिक कर्तव्यों से इतर उनके कार्यों के लिए मुकदमा चलाया जा सकता है। हालांकि, अदालत के समक्ष डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी दलील भी दी।

क्या है डोनाल्ड ट्रंप की दलील?

डोनाल्ड ट्रम्प ने दलील दी कि वह राष्ट्रपति के रूप में काम कर रहे थे जब उन्होंने समर्थकों की भीड़ से कहा कि वह 2020 के चुनाव को कभी स्वीकार नहीं करेंगे और राष्ट्रपति जो बाइडन की चुनावी जीत के प्रमाणीकरण के आगे नरक की तरह लड़ेंगे।

न्याय विभाग ने कहा कि अदालत को डोनाल्ड ट्रंप की दलील को खारिज करना चाहिए। न्याय विभाग ने कहा कि राष्ट्र के नेता के तौर पर राष्ट्रपति के पास अपने नागरिकों से बात करने की असाधारण शक्ति होती है। हालांकि, न्याय विभाग ने कहा कि वह इस पर कोई रुख नहीं अपना रहा है कि डोनाल्ड ट्रम्प के भाषण ने कैपिटल दंगों को प्रोत्साहित किया या नहीं।

अमेरिकी संसद पर हुआ था हमला

6 जनवरी, 2021 को अमेरिकी संसद पर हमला हुआ था। डोनाल्ड ट्रंप समर्थक भीड़ 2020 के राष्ट्रपति चुनाव के प्रमाणीकरण का विरोध करने के लिए व्हाइट हाउस में जमा हुई थी और भीड़ ने संसद की बिल्डिंग में तोड़फोड़ की थी। इस दौरान 100 से अधिक लोग जख्मी हुए थे। इसके बाद अमेरिकी संसद के चार पुलिस अधिकारियों की भी मौत हो गई थी।

India

Mar 03 2023, 16:19

अंबाला के गांव ककड़ माजरा के समीप लोहे की सरियों से लदी ट्रॉली खड़ी बस से टकराई, आठ लोगों की मौत


 अंबाला के गांव ककड़ माजरा के नजदीक शुक्रवार तड़के यात्रियों से भरी बस में लोहे की चादरों से लदे ट्राले ने टक्कर मार दी।

आठ लोगों की मौत

इस सड़क हादसे में आठ लोगों की मौत हो गई है। बस में करीब 70 यात्री सवार थे ऐसा बताया जा रहा है। हादसा शुक्रवार सुबह करीब चार हुआ।

जिस बस का हादसा हुआ वह बरेली से हिमाचल प्रदेश के बद्दी में जा रही थी। छह मृतकों के शव नारायणगढ़ नागरिक अस्पताल और 2 के पंचकूला में रखे गए हैं।

India

Mar 03 2023, 16:06

क्या आपने सुना नए देश कैलासा के बारे में? जानिए- भगोड़े “नित्‍यानंद की नगरी” के बारे में

#where_and_how_did_nityananda_build_kailasa

इन दिनों एक नए देश ‘कैलासा’ काफी सुर्खियों में हैं। दरअसल, फरवरी 2023 में संयुक्त राष्ट्र की एक बैठक में एक महिला की तस्वीर दिखी और फिर एक नए देश ‘कैलासा’ की अचानक चर्चा होने लगी। भारत में रेप के आरोपों का सामना कर रहे भगोड़े नित्यानंद ने ये नया “प्रपंच” रचा है।नित्यानंद ने 'यूनाइटेड स्टेट ऑफ कैलासा' नाम से एक नया देश बनाने का दावा किया है। ताज्जुब ये कि कैलासा को वह हिंदू राष्ट्र कहता है। यही नहीं, उसने अपने देश के प्रतिनिधिमंडल को एक महिला की अगुवाई में संयुक्त राष्ट्र की बैठक में शामिल होने का दावा किया है।

दरअसल, साध्वियों जैसी वेशभूषा में संयुक्त राष्ट्र के जिनेवा दफ्तर में अंग्रेजी में भाषण देती इस महिला का वीडियो देख पहले तो किसी को समझ नहीं आया कि ये महिला किस देश की प्रतिनिधि हैं। बाद में जब नित्यानंद के ट्वीटर अकाउंट से इसका फोटो डालकर दावा किया की ये उसके देश कैलासा के प्रतिनिधि है। 22 फरवरी को स्विट्ज़रलैंड के जिनेवा में आयोजित आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक अधिकारों की समिति के 73वें सत्र में कैलासा की प्रतिनिधियों के भाग लेने का दावा किया गया है।

यूएन में कैलासा के प्रतिनिधिमंडल का जिस महिला ने नेतृत्व किया उसका नाम विजयप्रिया बताया जा रहा है। दावा किया जा रहा है कि ‘मां विजयप्रिया नित्यानंद’ यूएन में कैलासा की स्थायी प्रतिनिधि है। 22 फरवरी को स्विटजरलैंड के जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र के कार्यक्रम में काल्पनिक देश कैलासा की ओर से मां विजयप्रिया नित्यानंद के अलावा 5 और महिलाएं शामिल हुई थीं। सम्मेलन में मां विजयप्रिया नित्यानंद ने दावा किया कि हिन्दू परंपराओं को पुनर्जीवित करने के लिए भारत में उनके सर्वोच्च गुरु का उत्पीड़न किया जा रहा है। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र से यह तक पूछा कि कैलासा में नित्यानंद और बीस लाख हिंदू प्रवासी आबादी के उत्पीड़न को रोकने के लिए राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर क्या उपाय किए जा सकते हैं।

दुनिया के नक्शे पर अचानक एक देश उभर कर आता है, तो जाहिर सी बात है कि लोगों के मन में सवाल पैदा होंगे। सवाल उठेंगे की क्या कोई भी व्यक्ति अपना देश बना सकता है? अगर बना सकता है तो कैसे? लोगों के जेहन में ये भी सवाल हैं कि आखिर नित्‍यानंद का कैलासा कहां है? यह कितना बड़ा देश है? इसकी आबादी कितनी है? 

बता दें कि अक्टूबर 2019 में नित्यानंद देश छोड़कर फरार हो गया था। साल 2020 में नित्यानंद ने घोषणा की थी कि इक्वाडोर के पास उसने एक द्वीप खरीदा है और नए देश की स्थापना की है। उसने ‘कैलासा’ के नाम से एक वेबसाइट लॉन्च की। वेबसाइट के मुताबिक, ये विश्व का सबसे बड़ा डिजिटल हिंदू राष्ट्र है। इस काल्पनिक देश की वेबसाइट के अनुसार, "कैलासा' कनाडा, संयुक्त राज्य अमेरिका और अन्य देशों के हिंदू आदि शैव अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्यों द्वारा स्थापित और संचालित एक आंदोलन है और सभी के लिए एक सुरक्षित आश्रय प्रदान करता है। नस्ल, लिंग, पंथ, जाति या पंथ के बावजूद दुनिया के आकांक्षी या सताए गए हिंदू, जहां वे शांतिपूर्वक रह सकते हैं और अपनी आध्यात्मिकता, कला और संस्कृति को अपमान, हस्तक्षेप और हिंसा से मुक्त व्यक्त कर सकते हैं।

अगस्त 2020 में नित्यानंद ने रिजर्व बैंक ऑफ कैलासा लॉन्च करने की घोषणा की थी। साथ ही उसने अपने देश की आधिकारिक मुद्रा को ‘कैलाशियन डॉलर’ नाम दिया था। वेबसाइट के मुताबिक, कैलासा देश में बोली जाने वाली भाषाओं में अंग्रेजी, संस्कृत और तमिल शामिल है। इस देश का राष्ट्रीय पशु नंदी हैं जबकि राष्ट्रीय ध्वज भी है। झंडे पर नित्यानंद की तस्वीर लगी है। भारत की तरह कैलाशा का राष्ट्रीय फूल कमल और राष्ट्रीय वृक्ष बरगद बताया गया है। कैलासा की वेबसाइट पर दावा किया गया है कि 150 देशों में उनका दूतावास भी है।

भारत से भगोड़े नित्यानंद ने एक अंतरराष्ट्रीय मंच पर स्वीकृति प्राप्त करने के लिए कैलासा के प्रतिनिधियों को संयुक्त राष्ट्र में भेजा, लेकिन यूएन ने विजयप्रिया नित्यानंद द्वारा दिए गए व्‍याख्‍यानों को अप्रासंगिक करार दिया है।संयुक्त राष्ट्र ने गुरुवार को जानकारी दी कि पिछले हफ्ते जिनेवा में कार्यक्रमों में भाग लेने वाले काल्पनिक देश यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ कैलासा के प्रतिनिधि की बातों को कोई जगह नहीं दी जाएगी। साथ ही कहा कि कैलासा की बात का ड्राफ्ट में विचार नहीं किया जाएगा।

India

Mar 03 2023, 15:53

बिहार कर्मचारी चयन आयोग (बीएसएससी) के तृतीय स्नातक स्तरीय परीक्षा के प्रथम चरण की रद्द परीक्षा की पुनर्परीक्षा पांच मार्च को पटना के 42 केंद्रों


बिहार कर्मचारी चयन आयोग (बीएसएससी) के तृतीय स्नातक स्तरीय परीक्षा के प्रथम चरण की रद्द परीक्षा की पुनर्परीक्षा पांच मार्च को पटना के 42 केंद्रों समेत प्रदेश के 506 केंद्रों पर होगी। इसमें 3,03,833 अभ्यर्थी शामिल होंगे। बीपीएससी की परीक्षाओं की तरह ही परीक्षा से एक घंटा पहले ही इसमें भी परीक्षा केंद्रों पर अभ्यर्थियों का प्रवेश पूरी तरह बंद हो जायेगा। ऐसा प्रश्नपत्र को फिर से वायरल होने की आशंका को रोकने के लिए किया जायेगा। प्रथम चरण की परीक्षा का प्रश्नपत्र परीक्षा के दौरान ही वायरल हो गया था, जिसके कारण उसे रद्द करना पड़ा था।

सुबह नौ बजे ही शुरू हो जायेगा प्रवेश

परीक्षा दोपहर 12 से 2.15 बजे तक ली जायेगी, लेकिन छात्राें को परीक्षा केंद्र के भीतर प्रवेश की इजाजत सुबह नौ बजे से ही दे दी जायेगी. दोपहर 11 बजे इसे बंद कर दिया जायेगा। उसके बाद किसी भी हालत में छात्राें को परीक्षा केंद्र के भीतर नहीं आने दिया जायेगा।

कर्मी भी नहीं ले जायेंगे मोबाइल

परीक्षा केंद्रों के भीतर अभ्यर्थियों के मोबाइल या किसी भी तरह के इलेक्ट्रॉनिक गजट ले जाने पर तो रोक रहेगी। वीक्षक और कर्मी भी परीक्षा केंद्र के भीतर मोबाइल नहीं ले जा सकेंगे।

तीन जगह होगी तलाशी

परीक्षार्थियों की तीन जगह तलाशी ली जायेगी। पहली तलाशी परीक्षा केंद्र के मुख्य प्रवेश द्वार पर ली जायेगी। वहां तलाशी की वीडियोग्राफी भी करायी जायेगी। दूसरी तलाशी परीक्षा हॉल में प्रवेश के समय ली जायेगी इसके बाद परीक्षा कक्ष के भीतर भी छात्रों की तलाशी ली जायेगी। परीक्षा केंद्रों के भीतर और बाहर सुरक्षा के कड़े इंतजाम भी होंगे। इसके लिए सभी जिलों के डीएम को आयोग की तरफ से पत्र लिखा गया है।